आज की शाम बड़ी ही सुहानी थी ,
अचानक अपनी चाहत को सामने पाया ,
यकिन ही नहीं हो रहा था की वो आये है,
मन में पिछले दिनों बड़ी उलझन थी ,
दिल बड़ा बेचैन था ,
कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा था ,
आज की सुबह बड़ी ख़ुशनुमा है ,
मन को एक तसल्ली है
कोई तो है जिसे मेरी फिकर है
अचानक अपनी चाहत को सामने पाया ,
यकिन ही नहीं हो रहा था की वो आये है,
मन में पिछले दिनों बड़ी उलझन थी ,
दिल बड़ा बेचैन था ,
कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा था ,
आज की सुबह बड़ी ख़ुशनुमा है ,
मन को एक तसल्ली है
कोई तो है जिसे मेरी फिकर है
खूपच सुंदर मस्तच
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